नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में घोषणा की कि नीट के रिजल्ट की जांच के बीच चिंताजनक गतिविधियों के बाद, शिक्षा विभाग ने ग्रेस मार्क्स के मामले में जांच के लिए एक चार सदस्य कमेटी गठित की है।
यूपीएससी के पूर्व अध्यक्ष की नेतृत्व में यह कमेटी एक सप्ताह के अंदर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने बताया कि ग्रेस मार्क्स का प्रदान करने से नतीजे या योग्यता मानदंडों में कोई परिणाम नहीं होगा उन्होंने पेपर लीक के आरोपों को सीधे-सीधे खारिज किया है, अर्थात् परीक्षा को फिर से आयोजित नहीं किया जाएगा।
सुबोध कुमार ने इस मुद्दे को संबोधित करते हुए कहा है कि यह समस्या केवल 1600 छात्रों को ही संबंधित करती है जबकि पेपर में 23 लाख से अधिक छात्रों ने भाग लिया है लेकिन यह मामला केवल 6 परीक्षा सेंटरों का है कमेटी इन 1600 छात्रों के लिए दिए गए ग्रेस मार्क्स के टाइम लॉस की जांच करेगी उसके बाद आवश्यकता होने पर उनका रिजल्ट संशोधित किया जा सकता है।
उनका यह भी कहना है कि नीट रिजल्ट के बाद होने वाली एमबीबीएस और अन्य मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा यहां तक कि अगली कदम तक की सिफारिशें भी कमेटी के निर्णय पर ही निर्भर करेंगी इसका मतलब है कि न तो परीक्षा फिर से होगी और न ही रिजल्ट दोबारा जारी होगा। फिर से रिजल्ट केवल 1600 छात्रों के लिए ही जारी किया जा सकता है जो कमेटी के निर्णय पर आधारित होगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुबोध कुमार ने बताया कि हमारी समिति ने टाइम लॉस के मामले पर विचार किया और सभी केंद्रों और सीसीटीवी विवरणों का ध्यान दिया। उन्हें पता चला कि कुछ केंद्रों में समय की बर्बादी हुई थी, और छात्रों को उनके लिए मुआवजा देना चाहिए। समिति ने सोचा कि वे शिकायतों को दूर कर सकते हैं और छात्रों को मुआवजा दे सकते हैं, इसलिए कुछ छात्रों के अंकों में ग्रेस मार्क्स को बढ़ा दिया गया। कुछ छात्रों की चिंताएं उठी क्योंकि कुछ उम्मीदवारों को 718 और 719 अंक मिले हैं और 6 उम्मीदवार टॉपर बन गए हैं हमने सभी चीजों को सावधानीपूर्वक विशेषण किया और परिणाम जारी किया है इस समस्या ने केवल 6 केंद्रों को ही प्रभावित किया, जिसमें से केवल 1600 छात्रों को इस समस्या का सामना करना पड़ा।
NEET Exam New Update
प्रश्नपत्रों के गलत वितरण के कारण छह केंद्रों पर हाल ही में एक विवाद उत्पन्न हुआ है इस मामले में हमने उच्च न्यायालय में जवाब दिया है कि हमने विशेषज्ञों की एक शिकायत निवारण समिति बनाई है यह समिति परीक्षा केंद्र से रिपोर्ट, सीसीटीवी फुटेज और समय की बर्बादी के विवरण पर गौर करेगी हमारा उद्देश्य है कि पूरे देश में इस परीक्षा की पारदर्शिता को सुनिश्चित किया जाए और हमने किसी भी पेपर के लीक के बारे में कोई संदेह नहीं किया है। इस प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता बनाए रखने के लिए हम निरंतर प्रयासरत रहेंगे।