भारत में जो विद्यार्थी मेडिकल की पढ़ाई कर रहा होता है उसे समाज में सम्मान के साथ पेश किया जाता है वही हर साल लाखों छात्र नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) देते हैं, जिससे सरकारी मेडिकल कॉलेजों में सीटें हासिल की जा सकें लेकिन नीट की कटऑफ अक्सर काफी ऊंची होती है, जिससे कई छात्र निराश हो जाते हैं, खासकर वे जिनके अंक नीट की कट ऑफ से बहुत कम होते हैं।
इसके चलते अब किसी भी विद्यार्थी को निराश होने की जरूरत नहीं है क्योंकि देश में ऐसे कई सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं जहां हर साल कटऑफ अपेक्षाकृत कम रहता है। इसका मतलब है कि आप भले ही नीट में टॉप रैंक हासिल न कर पाए हों, फिर भी आप सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन पा सकते हैं और अपने सपने को पूरा कर सकते हैं।
भारत के 8 टॉप सरकारी मेडिकल कॉलेज
नीट में कम रैंक आने पर भी सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन मिल सकता है। भारत में कुछ ऐसे सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं जिनकी कटऑफ कम रहती है। यहां पर आप कौन सभी कॉलेज की सूची मिल जाएगी।
विलासराव देशमुख गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, लातूर: यह कॉलेज महाराष्ट्र के लातूर में स्थित है। यहां एमबीबीएस कोर्स के लिए नीट कटऑफ रैंक 24,301 तक जा सकती है। इस कॉलेज में आधुनिक सुविधाएं और अनुभवी फैकल्टी हैं, जो छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान करते हैं।
भीमा भोई मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, ओडिशा: यह कॉलेज ओडिशा के बलांगीर जिले में स्थित है। यहां एमबीबीएस में दाखिले के लिए नीट कटऑफ रैंक 20,186 तक हो सकती है। इस कॉलेज में चिकित्सा शिक्षा के साथ-साथ अच्छी अस्पताल सेवाएं भी उपलब्ध हैं, जिससे छात्रों को प्रैक्टिकल अनुभव मिलता है।
जोरहाट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, असम: असम के जोरहाट में स्थित इस कॉलेज में एमबीबीएस की कटऑफ रैंक अन्य कॉलेजों की तुलना में कम होती है। यहां छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ अनुसंधान के अवसर भी मिलते हैं।
छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, मध्यप्रदेश: यह कॉलेज मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में स्थित है और इसकी स्थापना 2019 में हुई थी। यहां 534 नीट स्कोर पर भी जेनरल कैटेगरी के छात्रों का दाखिला हुआ है। इस कॉलेज में अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं और पुस्तकालय हैं, जो छात्रों को उनकी पढ़ाई में मदद करते हैं।
कुरनूल मेडिकल कॉलेज, आंध्र प्रदेश: आंध्र प्रदेश के कुरनूल में स्थित यह कॉलेज भारत के सबसे पुराने मेडिकल कॉलेजों में से एक है। यहां जेनरल और ओबीसी कैटेगरी के छात्रों को 539 नीट स्कोर पर भी दाखिला मिला है। इस कॉलेज में अनुभवी शिक्षक और बेहतर सुविधाएं हैं, जो छात्रों को बेहतरीन शिक्षा प्रदान करते हैं।
महात्मा गांधी मेमोरियल गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, मध्यप्रदेश: मध्यप्रदेश के इंदौर में स्थित इस कॉलेज को पहले किंग एडवर्ड मेडिकल स्कूल के नाम से जाना जाता था। यह भी उन सरकारी मेडिकल कॉलेजों में से है जहां कम नीट स्कोर पर भी दाखिला होता है। यहां के छात्र चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हैं।
तिरुनेलवेली मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल, तमिलनाडु: तमिलनाडु के तिरुनलवेली में स्थित यह सरकारी मेडिकल कॉलेज कम फीस में मेडिकल की पढ़ाई करवाता है। यहां की सुविधाएं और शिक्षण स्तर उच्च गुणवत्ता के हैं।
कॉलेज ऑफ मेडिसीन एंड जेएनएम हॉस्पिटल, पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में स्थित इस कॉलेज की स्थापना 2009 में हुई थी। यहां 450 टीचिंग बेड्स वाले अस्पताल में मरीजों की काफी भीड़ रहती है, जिससे छात्रों को वास्तविक अनुभव मिलता है।
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